इस अस्पताल मालिक ने कहा, धूम्रपान पर पूरी रोक लगाओ
सेहतराग टीम
अभी हाल ही में सरकार ने ई-सिगरेट पर रोक लगा दी है। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कैबिनेट ने ई-सिगरेट पर पाबंदी लगा दी थी। इसके साथ ही कैबिनेट ने फैसले पर अमल करने के प्रस्ताव पर मंजूरी भी दे दी थी। कैबिनेट ने ई-सिगरेट के उत्पादन, बिक्री, इंपोर्ट, एक्सपोर्ट, ट्रासपोर्ट, वितरण, स्टोरेज और विज्ञापन पर प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें कि ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने प्राहिबिशिन ऑफ ई-सिगरेट ऑर्डिनेंस 2019 को जांचा था, जिसके बाद ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने इसमें मामूली बदलाव करने के सुझाव दिये थे।
अब सिगरेट पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग उठने लगी है। अपोलो अस्पताल के मालिक और जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ प्रताप चंद्र रेड्डी ने सरकार से ई-सिगरेट पर प्रतिबंद लगने के बाद धूम्रपान पर भी पूर्ण रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हृदय रोग, मोटापा, नींद न आना और कैंसर जैसी बीमारी आज के समय देश के लिए बहुत बड़ा खतरा हैं। सरकार को चाहिए कि हृदय रोग के इलाज पर खर्च करने के बदले धूम्रपान पर रोक लगाए जिससे बीमारियों पर होने वाले भारी खर्च में कमी आएगी। सरकार को हर तरह के धूम्रपान पर रोक लगा देनी चाहिए।
उन्होंने आयुष्मान योजना के तहत अस्पताल समूह को मिलने वाली धनराशि पर चिंता जताई, हालांकि उन्होंने कहा कि, अगर सोचा जाए तो यह योजना बहुत अच्छी है। सरकार ने जो लागत तय की है वह सही नही है लेकिन हम मरीजों को मना नही कर रहे हैं। नीति आयोग 23 अक्टूबर को निजी डॉक्टरों के साथ बैठक करेगा, जहां लागत के निर्धारण पर बातचीत जरूर होगी।
सिगरेट, बीड़ी, तम्बाकू हमारे शरीर के लिए कितने हानिकारक हैं यह सब जानते हैं, लेकिन फिर भी कोई इसे छोड़ना नही चाहता है। हर व्यक्ति को यह मालूम है कि सिगरेट पीना या किसी भी प्रकार का नशा करना सेहत के लिए हानिकारक होता है लेकिन लोग फिर भी इस बुरे काम को करने से पीछे नही हटते।
इसे भी पढ़ें-
क्या है ई-सिगरेट? सरकार ने इसे क्यों बैन किया?
सिगरेट की राख और बट भी हैं हद से ज्यादा खतरनाक
गर्भ धारण की सोचने से पहले छोड़ दें सिगरेट की लत
Comments (0)
Facebook Comments (0)